मेरी कलम

 मेरी कलम से

जीवन मेरा झलकता है
कोरे कोरे पन्नों पर ये दिल स्याही से सब लिखता है|
यूं तो बड़ी आसान सी लगती है जिंदगी मेरी
पर ना जाने इसने कितनी कहानियां लिखी मेरी
मेरे अतीत,आज और भविष्य की हजारों ख्वाहिशों से भरी
मेरे गम में खुशी में मेरी साथी बन संग संग चली
ना मेरी कोशिश थकी ना इसकी स्याही रुकी
सफर शुरू तो हमने यूंही अनजाने में किया की
आज दोस्ती इतनी गहरी हो गई है, हमारी
एक दूजे के बिना अब अधूरी सी लगती है ये कहानी
अब मिटने नहीं वाली ये स्याही ...

  Ⓒ vineeta 
 

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